लंबे अरसे से लोग वित्तीय नुकसान का जोखिम कम करने के लिए ही बीमा पॉलिसी खरीदा करते थे। जीवन बीमा में मृत्यु और गैर-जीवन बीमा में स्वास्थ्य और प्रॉपर्टी से जुड़े जोखिमों के लिए सुरक्षा मिलती है। समय के साथ ही बीमा का कॉनसेप्ट भी बदला है। अब बीमा को केवल जोखिम से सुरक्षा के लिए ही नहीं, बल्कि लंबी अवधि की वित्तीय जरूरतें पूरी करने के लिए निवेश के विकल्प के तौर पर भी देखा जाता है। बीमा सेगमेंट में इस समय बहुत से ऐसे प्रोडक्ट मौजूद हैं जो बचत से लेकर रिटायरमेंट के बाद तक की वित्तीय जरूरतें पूरी करने तक के लिए उपयोगी हैं।
टर्म इंश्योरेंस
यह व्यक्ति के जीवन के जोखिम को लेकर निश्चित अवधि के लिए बीमा सुरक्षा देती है। इसमें पॉलिसी की अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु होने पर उसके आश्रितों को बीमा की रकम का भुगतान किया जाता है। अगर पॉलिसी धारक पूरी अवधि तक जीवित रहता तो उसे कोई भुगतान नहीं मिलता। टर्म पॉलिसी का उद्देश्य केवल जोखिम से सुरक्षा देना होता है और इसी वजह से इसका प्रीमियम भी अन्य बीमा योजनाओं की तुलना में कम होता है। टर्म इंश्यारेंस के जरिए आप कम कीमत पर अधिक सुरक्षा ले सकते हैं।
एंडॉमेंट पॉलिसी
यह टर्म इंश्योरेंस की तरह की ही बीमा योजना है, लेकिन इसमें पॉलिसीधारक को अवधि पूरी होने पर सर्वाइवल बेनेफिट का भुगतान किया जाता है। यह निश्चित अवधि के लिए होती है और इसके समाप्त होने पर व्यक्ति को सम एश्योर्ड के साथ पॉलिसी पर जमा बोनस भी मिलता है। अगर पॉलिसी की मैच्योरिटी से पहले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके नामांकित को बीमा की रकम अदा की जाती है।
एंडॉमेंट पॉलिसी के प्रीमियम का निवेश बीमा कंपनियां सरकारी सिक्योरिटीज जैसे कम जोखिम वाले उत्पादों में करती हैं।
होल लाइफ पॉलिसी
जैसा कि नाम से ही जाहिर होता है यह पॉलिसी बीमाधारक को पूरे जीवन काल के लिए सुरक्षा देती है और उसकी मृत्यु पर उसके आश्रितों को लाभ का भुगतान किया जाता है। पॉलिसीधारक को इसमें जीवित रहने के दौरान कोई लाभ नहीं मिलता।
मनी बैक पॉलिसी
यह बीमा योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो जोखिम से सुरक्षा के साथ ही निश्चित अंतराल पर भुगतान भी चाहते हैं। यह पॉलिसी निश्चित अवधि के लिए जारी की जाती है और बीमाधारक को सम एश्योर्ड का भुगतान पॉलिसी की अवधि के दौरान किया जाता है। अगर व्यक्ति की मृत्यु पॉलिसी की अवधि के दौरान होती है तो उसके आश्रितों को पूरी बीमा राशि और जमा बोनस का भुगतान किया जाता है।
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप)
इसमें बीमा सुरक्षा के साथ म्यूचुअल फंड जैसे निवेश का लाभ भी मिलता है। इसमें आप अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार निवेश का उपयुक्त विकल्प चुन सकते हैं। इसमें निवेश के बहुत से विकल्प मौजूद होते हैं।
इसमें प्रीमियम का एक हिस्सा मॉरटैलिटी चार्ज और अन्य शुल्कों में जाता है और बाकी का निवेशक द्वारा चुने गए फंड में निवेश किया जाता है। यूलिप के साथ एक नुकसान इसकी लागत अधिक होना है। बीमा नियामक इरडा ने हाल ही में यूलिप में शुल्कों की अधिकतम सीमा तय की है। इसके बाद इस प्रोडक्ट की लोकप्रियता काफी बढ़ सकती है।
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