शादी आपकी जिंदगी का सबसे अहम दिन लेकर आती है, लेकिन इसके बाद के खर्चों पर भी ध्यान देना जरूरी होता है। ऐसे में आयोजन में पांव चादर से ज्यादा न फैलाएं। पेश यहां कुछ अहम टिप्स...
आमंत्रण पत्र
शादी के मौके पर आमंत्रण कार्ड पहला कदम होते हैं। कार्ड की कीमत 50 रुपए से लेकर 50,000 रुपए तक हो सकती है। यह कार्ड की गुणवत्ता, डिजाइन और सजावट पर निर्भर करता है। अब सवाल यह पैदा होता है कि कार्ड को क्या चीज महंगा बनाती है? चित्रकारी, रंगीन स्याही, कई फोल्ड और बड़ा आकार। इसके बजाय आप साधारण, लेकिन बढ़िया दिखने वाले थर्मोग्राफ्ड आमंत्रण का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें काली स्याही और आइवरी कागज का इस्तेमाल होता है। आप इको-फ्रेंडली तरीका भी अपना सकते हैं।
कंप्यूटर और इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले दोस्तों को आमंत्रण भेजा जा सकता है। आप मेल में कुछ पंक्तियां लिख व्यक्तिगत टच दे सकते हैं।
सीजन से परहेज कीजिए
अगर आप अंधविश्वासी नहीं हैं, तो मार्च-मई और नवंबर-फरवरी जैसे पीक सीजन से परहेज कर सकते हैं, जब शादी के आयोजन से जुड़ी हर चीज काफी महंगी होती है। ऑफ सीजन तारीख चुनिए जिससे समारोह स्थल किराए पर लेने में आपको काफी फायदा होगा। जल्द कदम उठाने वाले खिलाड़ी ज्यादा नफे में रहेंगे। बुकिंग काफी पहले करा लीजिए, ताकि ऐन मौके पर जेब ज्यादा ढीली करनी की जरूरत न पड़े। कोटेशन लीजिए और बातचीत के लिए उसे ही आधार बनाइए।
दुल्हन का साजो-सामान
हर दुल्हन शादी के दिन सबसे खूबसूरत दिखना चाहती है, जिसका मतलब यह होता है कि इस मोर्चे पर समझौते की गुंजाइश काफी कम बचती है, लेकिन आप डिजाइनर फैब्रिक खरीदने के लिए कुछ होलसेलर डीलर के पास जा सकते हैं।
समारोह स्थल
आप अपने किसी दोस्त को फार्महाउस बुक कराने के लिए कह सकते हैं, जिसमें शादी की दावत दी जा सके। इसी तरह अगर आपका कोई रिश्तेदार किसी क्लब या जिमखाना का सदस्य है, तो रियायती दर पर बैंक्वेट हॉल किराए पर लिया जा सकता है।
खाना और सजावट
शादी के बजट में 50 फीसदी से ज्यादा खर्च खाने और सजावट पर होता है। इसके मायने यह हुए कि खर्च में कटौती के लिए इन पर निशाना साधा जा सकता है। आप कुर्सियों के लिए ह्वाइट लिनन इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बढ़िया दिखती है और जेब पर भी ज्यादा भार नहीं डालेंगी। अगर आप रंगीन लिनन उपयोग में लाते हैं, तो डेकोरेटर को विजुअल अपील लाने के लिए रंगों का संयोजन करना होगा। रंग जितने ज्यादा होंगे, कीमत भी उतनी अधिक होगी। इसके अलावा शादी के सीजन के हिसाब से डेजर्ट चुन सकते हैं।
Source : Media
आमंत्रण पत्र
शादी के मौके पर आमंत्रण कार्ड पहला कदम होते हैं। कार्ड की कीमत 50 रुपए से लेकर 50,000 रुपए तक हो सकती है। यह कार्ड की गुणवत्ता, डिजाइन और सजावट पर निर्भर करता है। अब सवाल यह पैदा होता है कि कार्ड को क्या चीज महंगा बनाती है? चित्रकारी, रंगीन स्याही, कई फोल्ड और बड़ा आकार। इसके बजाय आप साधारण, लेकिन बढ़िया दिखने वाले थर्मोग्राफ्ड आमंत्रण का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें काली स्याही और आइवरी कागज का इस्तेमाल होता है। आप इको-फ्रेंडली तरीका भी अपना सकते हैं।
कंप्यूटर और इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले दोस्तों को आमंत्रण भेजा जा सकता है। आप मेल में कुछ पंक्तियां लिख व्यक्तिगत टच दे सकते हैं।
सीजन से परहेज कीजिए
अगर आप अंधविश्वासी नहीं हैं, तो मार्च-मई और नवंबर-फरवरी जैसे पीक सीजन से परहेज कर सकते हैं, जब शादी के आयोजन से जुड़ी हर चीज काफी महंगी होती है। ऑफ सीजन तारीख चुनिए जिससे समारोह स्थल किराए पर लेने में आपको काफी फायदा होगा। जल्द कदम उठाने वाले खिलाड़ी ज्यादा नफे में रहेंगे। बुकिंग काफी पहले करा लीजिए, ताकि ऐन मौके पर जेब ज्यादा ढीली करनी की जरूरत न पड़े। कोटेशन लीजिए और बातचीत के लिए उसे ही आधार बनाइए।
दुल्हन का साजो-सामान
हर दुल्हन शादी के दिन सबसे खूबसूरत दिखना चाहती है, जिसका मतलब यह होता है कि इस मोर्चे पर समझौते की गुंजाइश काफी कम बचती है, लेकिन आप डिजाइनर फैब्रिक खरीदने के लिए कुछ होलसेलर डीलर के पास जा सकते हैं।
समारोह स्थल
आप अपने किसी दोस्त को फार्महाउस बुक कराने के लिए कह सकते हैं, जिसमें शादी की दावत दी जा सके। इसी तरह अगर आपका कोई रिश्तेदार किसी क्लब या जिमखाना का सदस्य है, तो रियायती दर पर बैंक्वेट हॉल किराए पर लिया जा सकता है।
खाना और सजावट
शादी के बजट में 50 फीसदी से ज्यादा खर्च खाने और सजावट पर होता है। इसके मायने यह हुए कि खर्च में कटौती के लिए इन पर निशाना साधा जा सकता है। आप कुर्सियों के लिए ह्वाइट लिनन इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बढ़िया दिखती है और जेब पर भी ज्यादा भार नहीं डालेंगी। अगर आप रंगीन लिनन उपयोग में लाते हैं, तो डेकोरेटर को विजुअल अपील लाने के लिए रंगों का संयोजन करना होगा। रंग जितने ज्यादा होंगे, कीमत भी उतनी अधिक होगी। इसके अलावा शादी के सीजन के हिसाब से डेजर्ट चुन सकते हैं।
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